दोहा :आदेश कुमार पंकज

राम नाम तू जप सदा , उन पर रख विश्वास
पूरी करतें हैं सदा ,मन में जो भी आस
द्रव्य के हर रूप में , जैसे नीर समाय
पंकज जैसा काल हो , वैसा ही हो जाय
हर पल गुण बढते वहाँ , जहाँ सद्जन का साथ
तन ,मन सब मैला करे ,जो होवे दुर्जन का साथ

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