कर्म ; आदेश कुमार पंकज

मिल जाती जो सहज सफलता ,
क्षण - भंगुर वह होती है
दुर्गम पथ से मिली सफलता ,
युगों - युगों तक रहती है
इसीलिये प्यारे बच्चों ,
सत्य मार्ग अपनाओ तुम
कर्म बड़ा है इस जग में ,
इस सच्चाई को मानो तुम

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