धर्म- गुरु
लम्बा तिलक लगाकर भैया ,
लम्बी माला गले में डालो |
पहन कर चोंगा धर्म- गुरु का ,
जो चाहो सो तुम कर डालो |
नेताओं को साथ में लेकर ,
परमार्थ -निकेतन धाम बनाओ |
गोरख -धन्धा करो और घूमो ,
पूरे देश पर रंग जमाओ |
धर्म- गुरु के नाम पर तुझसे ,
हर अफसर भी घबराएगा |
राजनीति के संरक्षण में ,
तू सदा फूलता जायेगा |
राम नाम को साथ में लेकर ,
जिसको चाहो ,मंत्री बनवाओ |
मंगल ,शनि की दशा बताकर ,
जो चाहो, उनसे करवाओ |
very coorect
जवाब देंहटाएंधर्म गुरु बनने में बहुत लाभ है
जवाब देंहटाएंअच्छी कविता है
वाह रे धरम-गुरु
जवाब देंहटाएंবহুত বাদিয়া হাই
जवाब देंहटाएंআপকো বাধায়
बिलकुल सच कहा है आपने
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया , बहुत खूब
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