संकल्प
अनगिनत सितारें लाख चमकें , तम वक्ष चीर सकते नहीं हैं |
भले ही बिछे हों शूल पथ में , शूल पथ रोक सकते नहीं हैं |
हौसलों को पस्त न करना , हिमालय तक चले जाओ ,,
समर्पण तुम्हारा अगर सत्य है , तो मंजिलें तुम्हे रोक सकती नहीं हैं |
बहुत सुंदर पंक्तियाँ है
जवाब देंहटाएंbilkul satya hai
जवाब देंहटाएंnice rachna
जवाब देंहटाएंसंकल्प हमेशा अडिग होना चाहिए | तभी हम सफलता प्राप्त कर सकते हैं |
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