मुक्तक

बम दिखाकर तुम मुझे भयभीत करना चाहते हो  |
दनुजता  का  साथ देकर  रक्त  भरना चाहते   हो   |
पंख तो पाये नहीं पर व्योम चुम्बन की पिपासा  ,
सूर्य - निगलोगे  , नहीं , वे मौत मरना चाहते  हो  |

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