तारे
यह आसमान के नन्हें तारे ,
चमक रहे सब मिलकर सारे |
चन्दा से हैं हाथ मिलाते ,
आसमान में दौड़ लगाते |
अम्बर से गहरा रिश्ता है ,
यह फूलों का गुलदस्ता है |
कोई न इनको गिन सकता है ,
कोई न इनको छू सकता है |
चमक रहे सब मिलकर सारे |
चन्दा से हैं हाथ मिलाते ,
आसमान में दौड़ लगाते |
अम्बर से गहरा रिश्ता है ,
यह फूलों का गुलदस्ता है |
कोई न इनको गिन सकता है ,
कोई न इनको छू सकता है |
बढ़िया!
जवाब देंहटाएं--
रंग-रँगीला जोकर
माँग नहीं सकता न, प्यारे-प्यारे, मस्त नज़ारे!
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संपादक : सरस पायस
प्रिय रवि जी ,
जवाब देंहटाएंमार्गदर्शन के लिए आपको बहुत - बहुत धन्यवाद