साहस कभी न छोड़िये,देख मुसीबत मीत । रहा अडिग चट्टान सा ,उसने पायी जीत ।। साहस जीवन में भरे ,मित्र सुनो नव रंग । आस पास के लोग सब ,रहते उसके संग।। पंकज साहस व्यक्ति का ,है अचूक हथियार । इसके सफल प्रयोग से ,होती कभी न हार ।। नाव फँसी मझधार में ,मत छोड़ो पतवार । साहस से बढ़ते चलो , हो जाओगे पार ।। साहस से विपदा टले ,मन में रख विश्वास । दुश्मन भी आये नहीं ,पंकज तेरे पास।।
करारा व्यंग.."
जवाब देंहटाएंwaah achcha vyanga...
जवाब देंहटाएंबहुत खूब
जवाब देंहटाएंवाह, क्या बात है !
जवाब देंहटाएंkya khoob likha hai aapne. aisa hi to hota hai.bahut hi badhiya vyang padh kar maja aa
जवाब देंहटाएंgaya.
poonam
प्रिय मित्र , नीलेश माथुर जी ब्लॉग ज्वाइन करने और उत्साह वर्धन के लिए धन्यवाद
जवाब देंहटाएंआदरणीया पूनम जी ,
जवाब देंहटाएंमहत्व पूर्ण टिप्पणी के लिए आपको साधुवाद
सभी प्रशंसकों का हृदय से आभारी हूँ | आपके द्वारा हमारा उत्साह वर्धन ही हमारा सम्बल है |
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया
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